वीरपुरी का मेला कब और कहां लगता है ?
वीरपुरी का मेला कब और कहां लगता है ? तथा वीरपुरी के मेले की प्रमुख विशेषता क्या है ? व वीरपुरी का मेला कितने दिन तक आयोजित होता है।
वीरपुरी का मेला कब और कहां लगता है ?
वीरपुरी का मेला राजस्थान के जोधपुर जिले के मंडोर नामक स्थान पर श्रावण के प्रथम तथा अंतिम सोमवार के दिन लगता है। इस मेले में जोधपुर जिले के सैकड़ों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
वीरपुरी के मेले का मारवाड़ क्षेत्र के अंदर आयोजित होने वाले मेलों में विशेष स्थान हैं क्योंकि यह मेला वीर योद्धाओं की गाथाओं से जुड़ा हुआ है।
इस मेले की गिनती जोधपुर के सबसे बड़े मेलों में की जाती है। वीर पुरी के मेले में आने वाले लोग यहां से खाली हाथ नहीं लौटते हैं कोई ना कोई वस्तु यहां से खरीद कर अवश्य ले जाते हैं।
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वीरपुरी के मेले की प्रमुख विशेषता क्या है ?
वीर पुरी के मेले की प्रमुख विशेषता इस मेले के अंदर गाये जाने वाले देश भक्ति गीत है। जो किसी भी व्यक्ति के अंदर देश भक्ति जगाने का माजदा रखते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति एक बार इस मेले में आ जाता है वह व्यक्ति दूसरी बार अवश्य इस मेले के अंदर आता है।
इस मेले के अंदर गाड़ी जाने वाली कथाओं में कारगिल विजय तथा भारत की पाकिस्तान पर विजय आदि कथाएं प्रमुख है। गायन करता इन कथाओं का गायन इस प्रकार से करते हैं कि सामने बैठकर सुनने वाले व्यक्ति का खून खोलने लगता है।
श्रावण के प्रथम तथा अंतिम सोमवार को आयोजित होने वाला यह मेला मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित है इस मेले में आने वाले सभी श्रद्धालु भगवान शिव के मंदिर में अवश्य जाते हैं और शिव से अपने सफल जीवन की प्रार्थना करते हैं।
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वीरपुरी का मेला कितने दिन तक आयोजित होता है।
वीर पुरी का मेला 2 दिन तक आयोजित होता है। पहले दिन यह श्रावण के प्रथम सोमवार के दिन आयोजित होता है तथा दूसरे दिन यह श्रावण के अंतिम सोमवार के दिन आयोजित होता है।