भजनलाल सरकार को प्रतिष्ठा बचाने के लिए, उपचुनाव में करना होगा बेहतर प्रदर्शन
राजस्थान के पांच विधायक लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली पहुंच गए हैं अब इन पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे। लेकिन भजनलाल सरकार के लिए इन पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव अग्नि परीक्षा से कम नहीं हैं।
इन पांच विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी 2023 के विधानसभा चुनाव में हार चुकी हैं, अब इन विधानसभा सीटों में से अगर एक भी विधानसभा सीट भाजपा जीतती है तो यह भजनलाल सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि होगी ।
खींवसर, देवली उनियारा, झुंझुनू, दौसा, चौरासी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे, बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने इनको दो भागों में बांटा हैं।
चौरासी और झुंझुनू विधानसभा सीटों को ए श्रेणी में रखा गया हैं, खींवसर, दौसा और देवली उनियारा विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी जीत आसान मान रही हैं।
देवली उनियारा व खींवसर विधानसभा सीट पर पार्टी पुराने प्रत्याशी पर दांव लगा सकती हैं, इन सभी सीटों पर पार्टी जातिगत समीकरण को देखते प्रत्याशियों की लिस्ट तैयार करने में जुट गई हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी भी उपचुनाव को लेकर रणनीति तैयार कर रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी भीतरघात को नजर में रखते हुए इस बार उपचुनाव में किसी भी इस हालत में चुनाव जीतना चाहती है।