Jaisalmer GK For BSTC जैसलमेर सामान्य ज्ञान 2024
राजस्थान के पाकिस्तान की सीमा पर प्रहरी के रूप में मरुस्थल में सीमा की रखवाली कर रहा जैसलमेर शहर राव जैसल द्वारा बसाया गया हैं।
जैसलमेर की स्थापना 1155-56 ईस्वी में राव जैसल द्वारा की गई, जैसलमेर के बारे में कहा जाता है कि अगर व्यक्ति के पत्थर के पैर, लोहे का शरीर, काठ के घोड़े पर सवार होकर जैसलमेर पहुंचा जा सकता है।
जैसलमेर के प्रसिद्ध स्थल ( Jaisalmer popular palace )
- जैसलमेर में रामदेवरा लोकदेवता बाबा बाबा रामदेव की समाधि स्थल है यह पोकरण के नजदीक स्थित है।
- जैसलमेर में पटवों की हवेली है यह हवेली नक्काशी और पत्थर में बारीक कटाई के लिए प्रसिद्ध हैं।
- जैसलमेर की सलीम सिंह की हवेली प्रसिद्ध स्थल है, जैसलमेर के प्रधानमंत्री रहे सलीम सिंह ने 18वीं शताब्दी में इस हवेली का निर्माण किया, इस हवेली की महीन जालियां प्रसिद्ध हैं।
- जैसलमेर का लौद्रवा भी प्रसिद्ध स्थान है, जैसलमेर की स्थापना से पहले यहां भाटियों की राजधानी थी।
- जैसलमेर में राष्ट्रीय मरू उद्यान है यहां वन्य जीव अभ्यारण एवं आकल वुड फॉसिल पार्क स्थित हैं।
- जैसलमेर में राव जैसल द्वारा निर्मित पीले पत्थरों का सोनार किला स्थित हैं, सोनारगढ़ 99 बुर्जों का विशाल किला हैं, जो अंगड़ाई लेता हुआ सिंह प्रतीत होता हैं।
- सोनारगढ़ किले का बिना चुने के पत्थर पर पत्थर रखकर निर्माण किया गया हैं।
जैसलमेर का सोनारगढ़ ढाई साके के लिए भी प्रसिद्ध हैं।
यहां पर 1312 13 ईस्वी में अलाउद्दीन खिलजी व भाटी शासक मूलराज के बीच युद्ध हुआ था और अलाउद्दीन खिलजी ने युद्ध जीता था।
दिल्ली के शासक फिरोज शाह तुगलक व रावल दूदा के मध्य युद्ध हुआ, इस युद्ध में रावल दूदा हार गए।
इसके बाद 1550 ईस्वी में यहां राव लूणकरण एवं कंधार के आमिर अली के मध्य युद्ध हुआ, इस युद्ध में सैनिकों ने केसरिया तो किया था परंतु जोहर नहीं हुआ इस कारण अर्द्ध साका कहा जाता है।
जैसलमेर का दुर्ग चित्तौड़गढ़ दुर्ग के बाद राजस्थान का सबसे बड़ा लिविंग फोर्ट है, जैसलमेर दुर्ग के हस्त लिखित ग्रंथों में सबसे बड़ा संग्रह जैन आचार्य जिनभद्रसूरी के नाम पर जिनभद्रशुरी ग्रंथ भंडार कहलाता हैं।