सुगाली माता का जीवन परिचय 2024 | मंदिर | कहानी | इतिहास
सुगाली माता का जीवन परिचय 2024 | मंदिर | कहानी | इतिहास , सुगाली माता का मंदिर कहां है ? , सुगाली माता की मूर्ति कहां है ? , सुगाली माता किसकी कुलदेवी है ?

सुगाली माता का जीवन परिचय 2024 | मंदिर | कहानी | इतिहास
सुगाली माता को 10 सिर व 5 हाथों वाली देवी के रूप में भी जाना जाता है तथा इसे 1857 की क्रांति की देवी कहा जाता है। इस माता का प्राचीन तथा प्रमुख मंदिर पाली जिले के आउवा नामक स्थान पर है। इस मंदिर के निकट ही कामेश्वर महादेव का मंदिर भी है।
1857 की क्रांति के समय आउवा पर अधिकार करने के बाद सुगाली माता की प्रतिमा को अंग्रेज कोलकाता ले गए थे जो वर्तमान समय में पाली जिले के बांगड़ संग्रहालय में सुरक्षित है।
प्राचीन मान्यता के आधार पर इस माता ने 1857 की क्रांति के दौरान क्रांतिकारियों पर अपनी विशेष कृपा की थी जिसके बलबूते पर अंग्रेजों को मुंह की खानी पड़ी थी।
इस माता के आशीर्वाद से ही कुशाल सिंह चंपावत ने अनेक बार 1857 की क्रांति में अंग्रेजों को पराजित किया था। कुशाल सिंह चंपावत युद्ध करने से पूर्व इस माता की पूजा अर्चना किया करते थे।
सुगाली माता किसकी कुलदेवी है ?
सुगाली माता आउवा के ठाकुर कुशाल सिंह चंपावत की कुलदेवी तथा आराध्य देवी है।