शमी वृक्ष की पूजा विधि | Shami Vriksh Ki Puja Vidhi | Shami Puja Kaise Kare
शमी वृक्ष की पूजा विधि | Shami Vriksh Ki Puja Vidhi | Shami Puja Kaise Kare तथा शमी के पेड़ में दीपक जलाने से क्या होता है और शमी वृक्ष की पूजा कब और कैसे की जाती है से संबंधित विस्तृत जानकारी।
शमी वृक्ष की पूजा विधि | Shami Vriksh Ki Puja Vidhi | Shami Puja Kaise Kare
शमी एक ऐसा पौधा है जो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है। वास्तु शास्त्र तथा प्राचीन धार्मिक ग्रंथों में शमी वृक्ष की पूजा के बारे में अनेक प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है।
शमी वृक्ष की पूजा करना बेहद ही सरल और आसान होता है मुख्य रूप से शमी वृक्ष की पूजा दशहरे के दिन की जाती है इसके अलावा शनिवार के दिन भी शमी वृक्ष की पूजा करना उत्तम होता है।
शमी वृक्ष की पूजा करने से पूर्व पूजा करने वाले जातक को स्नानादि से निवृत्त होने के बाद में लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। वस्त्र धारण करने के उपरांत पूजा थाली के अंदर लाल तथा पीले फूल रखने चाहिए।
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फूल रखने के पश्चात थाली में रोली तथा मूली और थोड़ा सा चंदन भी रखना चाहिए चंदन से शमी वृक्ष को तिलक करना चाहिए तथा रोली शमी वृक्ष को बांधना चाहिए। ऐसा करने से सभी प्रकार की समस्याएं दूर होती है।
शमी के पेड़ में दीपक जलाने से क्या होता है
शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से घर में सुख समृद्धि का आगमन होता है तथा परिवार के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य ठीक रहता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
शमी वृक्ष की पूजा कब की जाती है
शमी वृक्ष की पूजा शनिवार तथा दशहरे के दिन की जाती है। इस दिन इस व्रत के दर्शन करना तथा पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
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शमी वृक्ष की पूजा कैसे की जाती है
शमी वृक्ष की पूजा रोली, मोली तथा फूलों से सजी थाली से जाती है। रोली वृक्ष के बाद दी जाती है तथा मूली से वृक्ष को तिलक किया जाता है जबकि फूलों को शमी के चरणों में अर्पित किया जाता है।
शमी के पेड़ / वृक्ष की पूजा क्यों की जाती है
शमी के पेड़ यानी कि वृक्ष की पूजा करने का धार्मिक ग्रंथों तथा वास्तु शास्त्र के अनुसार विशेष महत्व होता है इस वृक्ष की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि इस वृक्ष की पूजा करने से घर में सुख समृद आती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह है बना रहता है।