देवउठनी एकादशी पूजा विधि | Dev Uthani Ekadashi Puja Vidhi
हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे देवउठनी एकादशी पूजा विधि | Dev Uthani Ekadashi Puja Vidhi तथा देवउठनी एकादशी से संबंधित संपूर्ण जानकारी।

देवउठनी एकादशी पूजा विधि | Dev Uthani Ekadashi Puja Vidhi
देवउठनी एकादशी पूजा विधि निम्नानुसार है-
देवउठनी एकादशी के 1 दिन पहले यानी की दशमी के दिन प्याज तथा लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए तथा देवउठनी एकादशी के दिन प्रातः काल के समय उठकर स्नान करना चाहिए और जिस पानी से स्नान करते हैं उसमें थोड़ा गंगाजल मिलाना चाहिए।
तत्पश्चात सूर्य देव को जल अर्पण करना चाहिए इसके बाद भगवान विष्णु की जल, फूल, धूपबत्ती , पीली पकवान , कपूर इत्यादि से पूजा करनी चाहिए। तथा अंत में भगवान विष्णु की आरती करें और इस दिन उपवास रखना चाहिए।
तथा व्रत के दौरान आप इस दिन एक बार पानी तो था एक बार फलों का सेवन कर सकते हैं। तथा रात्रि को भगवान विष्णु की आरती करनी चाहिए और उनके समक्ष 21 दीपक प्रज्वलित करनी चाहिए ऐसा करने से मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती है।
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देवउठनी एकादशी के दिन सभी देवी देवताओं का ध्यान करना चाहिए तथा सभी की आराधना करनी चाहिए और प्रातः काल के समय सभी देवी देवताओं का ध्यान करते हुए धरती मां पर जल अर्पण करना चाहिए।
देवउठनी एकादशी के दूसरे दिन यानी कि द्वादशी को प्रातः काल के समय ठाकुर जी महाराज के दर्शन करने चाहिए तथा मंदिर में रखे जल को पीना चाहिए और उसके बाद में भगवान विष्णु का ध्यान करके भोजन करना चाहिए।
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भोजन करने से पूर्व पहली रोटी गाय को खिलानी चाहिए तथा कोई काला कुत्ता दिखाई दे तो उसे चावल खिलाना भी अति उत्तम होता है।