रूस और यूक्रेन के मध्य शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है और इसी विवाद के बीच लगभग 20 हजार भारतीय छात्र फंसे हैं. जिनमें से अब तक केवल 4 हजार छात्रों को ही सरकार स्वदेश ला पाई है.
अभी भी 16000 भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हैं जो बार-बार सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार से वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं.
तथा ने छात्रों ने वीडियो जारी करते हुए इंडिया एयरलाइंस द्वारा आकस्मिक बढ़ाई गई टिकट दरों का भी विरोध दर्ज करवाया है तथा भारत सरकार से कहा है कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है वो इतनी भारी भरकम रकम देकर स्वदेश लौटने में सक्षम नहीं है इसलिए सरकार टिकट दरों में कमी करें.
वही यूक्रेन MBC में पढ़ाई करने छात्रों को ने कहा है कि MBC बंद हो चुकी है तथा सरकार हमारी सुन नहीं रही है तथा यहां कोई सहायता करने को तैयार नहीं है और ना ही तो कोई बस मिल रही है और ना ही टैक्सी अब हम जाए तो कहां जाए.
छात्रों का कहना है कि सरकार यदि इस समय हमारी घर वापसी नहीं करवा सकती तो कम से कम हमें किसी सुरक्षित जगह तक पहुंचा दें. जिससे कि हमारी जान को कोई खतरा नहीं हो तथा इस तनाव को कम होने के बाद हम स्वदेश लौट आएंगे।
हालांकि भारत सरकार छात्रों की वतन वापसी को लेकर हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन रूस और यूक्रेन के मध्य छिड़ी जंग को विकराल रूप लेने के कारण सरकार सभी छात्रों को सुरक्षित नहीं निकाल पा रही है.
जिसके चलते अब सरकार यूक्रेन के दूतावास से बातचीत करके सड़क मार्ग के माध्यम से छात्रों को पोलैंड पहुंचाने की तैयारी कर रही है. तथा रूस और यूक्रेन के मध्य बने तनाव को देखते हुए भारत सरकार भी जल्द से जल्द छात्रों को स्वदेश लाने का प्रयास कर रही है।
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