जन्माष्टमी के दिन मेला कहां लगता है ?
जन्माष्टमी के दिन मेला कहां लगता है ? तथा जन्माष्टमी किस दिन मनाई जाती है ? व जन्माष्टमी के दिन किस वृक्ष की पूजा की जाती है ? तथा जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध

जन्माष्टमी के दिन मेला कहां लगता है?
भाद्रपद कृष्ण अष्टमी के दिन जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है इस दिन उत्तर प्रदेश के मथुरा, वृंदावन, प्रयागराज, बरसाने इत्यादि स्थानों पर विशाल मेला लगता है। तथा राजस्थान में इस दिन नाथद्वारा में भगवान कृष्ण के मेले का आयोजन होता है।
इन सबके अतिरिक्त जन्माष्टमी के दिन भारत में जितने भी श्री कृष्ण के मंदिर है उन सब में मेलों का आयोजन होता है। और इन मेलों में सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु आते हैं।
जन्माष्टमी भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। वैदो तथा धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जन्माष्टमी के दिन ही भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था।
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जन्माष्टमी के दिन खेजड़ी वृक्ष की पूजा की जाती है इस दिन इस वृक्ष की पूजा करने से मनोबल में वृद्धि होती है तथा व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इसके अतिरिक्त दशहरे तथा कार्तिक पूर्णिमा के दिन भी खेजड़ी की वृक्ष की पूजा की जाती है।
जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध
1. जन्माष्टमी का पर्व भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
2. जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण को पंचमेवा तथा छप्पन भोग का प्रसाद लगाया जाता है।
3. जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के भक्त व्रत रखते हैं और भगवान से आराधना करते हैं कि उनका जीवन सुखी तथा निरोगी रहे।
4. जन्माष्टमी के दिन मथुरा में विशाल मेले का आयोजन होता है जहां पर एक बड़े भंडारे का आयोजन भी होता है और बच्चों को उपहार आदि दिए जाते हैं।
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5. जन्माष्टमी के दिन गाय की पूजा करने से मन को शांति मिलती है तथा मानसिक कष्ट दूर होते हैं।
6. जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद कृष्ण अष्टमी के दिन संपूर्ण भारत में मनाया जाता है।
7. जन्माष्टमी के दिन भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग तरह से भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना की जाती है और भगवान को भोग लगाया जाता है।
8. जन्माष्टमी के दिन सबसे बड़े मेले का आयोजन मथुरा में होता है जहां पर कृष्ण जन्म भूमि स्थित है।
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9. वृंदावन के अंदर भी जन्माष्टमी के दिन रंगारंग कार्यक्रम आयोजित होते हैं और भगवान कृष्ण के प्रतीक बनकर लोग श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
10. उत्तर प्रदेश के काशी नामक स्थान पर भी इस दिन भव्य मेले का आयोजन होता है।