जनेऊ कब धारण करना चाहिए ?
जनेऊ कब धारण करना चाहिए ? तथा जनेऊ धारण करने का सबसे पवित्र दिन कौन सा होता है ? और जनेऊ क्यों धारण करते हैं ?
जनेऊ कब धारण करना चाहिए ?
अलग-अलग करो के अनुसार जनेऊ धारण करने का अलग-अलग महत्व होता है किंतु ब्राह्मण जाति के लोग जनेऊ विशेष मुहूर्त तथा समय के अनुसार धारण करते हैं। जनेऊ विप्र जयंती के दिन धारण करना चाहिए। इस दिन को जनेऊ धारण करना अच्छा माना जाता है।
इसके अतिरिक्त रक्षाबंधन के दिन भी जनेऊ उदाहरण किया जा सकता है इस दिन भी जनेऊ धारण करने को सही तथा श्रेष्ठ माना जाता है।
सबसे पवित्र दिन कौन सा होता है ?
ज्योतिष शास्त्र तथा धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जनेऊ धारण करने के लिए सबसे पवित्र दिन श्रावण पूर्णिमा का दिन होता है। जिसे सत्य पूर्णिमा, नारियल पूर्णिमा तथा वचन पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।
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इस दिन रक्षाबंधन का पर्व भी आता है इसलिए यह भी कहा जा सकता है कि जनेऊ धारण करने के लिए रक्षाबंधन का दिन सबसे पवित्र दिन माना जाता है इसलिए अधिकांश लोग इस दिन ही जनेऊ धारण करते हैं।
जनेऊ धारण करने के पश्चात रक्षाबंधन के दिन ब्राह्मण जाति के लोग विशेष रुप से पुष्कर झील के अंदर स्नान करते हैं और अपने आप को पवित्र करते हैं ऐसा करने से शरीर तथा जनेऊ दोनों का शुद्धिकरण हो जाता है।
जनेऊ क्यों धारण करते हैं ?
जनेऊ धारण करने के पीछे अनेक वजह है हिंदू धर्म में जनेऊ व्यक्ति स्वयं को पवित्र करने के लिए धारण करते हैं। जनेऊ धारण करने वाले व्यक्ति में देवताओं का निवास माना जाता है तथा उसे ब्राह्मण धर्म का पालक भी माना जाता है।
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जनेऊ धारण करने वाले लोगों का शारीरिक विकास तेज गति के साथ होता है तथा उनका मानसिक संतुलन भी ठीक रहता है और जनेऊ धारण करने वाले लोगों में अन्य लोगों की तुलना में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह है अधिक होता है।