बगरू विधानसभा क्षेत्र का इतिहास , Bagru MLA
जयपुर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बगरू अपनी कला एवं संस्कृति तथा रंगाई छपाई उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। बगरू विधानसभा क्षेत्र का इतिहास राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रहा है।
बगरू विधानसभा कब बनी ?
वर्ष 2006 में बगरू के रूप में एक नयी विधानसभा का गठन हुआ। मुख्य रूप से बगरू विधानसभा क्षेत्र की चुनावी सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।
बगरू विधानसभा का पहला विधायक कौन बना ?
बगरू विधानसभा क्षेत्र की पहली बार विधायक कांग्रेस प्रत्याशी गंगा देवी (2008 में) चुनी गई थी। जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी के रक्षपाल कुलदीप को लगभग 4 हजार मतों से पराजित किया था।
बगरू विधानसभा का दूसरी बार विधायक कौन बना?
बगरू विधानसभा क्षेत्र का दूसरी बार विधायक भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर कैलाश वर्मा बने थे। कैलाश वर्मा ने कांग्रेस के प्रत्याशी प्रहलाद रघु को 46 हजार से अधिक मतों से हराया था जो बगरू विधानसभा में हुए अब तक के चुनाव में सबसे बड़ी जीत थीं। इस दौरान कैलाश वर्मा को एक लाख से अधिक मत प्राप्त हुए थे।
बगरू विधानसभा का वर्तमान विधायक कौन है?
बगरू विधानसभा क्षेत्र की वर्तमान विधायक गंगा देवी है, जो 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर कैलाश वर्मा को 5000 मतों से हराकर दूसरी बार (गंगा देवी पहली बार 2008 में विधायक बनी) बगरू की विधायक बनी है।
बगरू विधानसभा क्षेत्र की मुख्य समस्या क्या है ?
बगरू विधानसभा क्षेत्र के लोगों की मुख्य समस्या पानी की समस्या है राजधानी जयपुर से मात्र 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बगरू विधानसभा क्षेत्र आज भी पेयजल की गंभीर समस्या से जूझ रहा है।
जिस कारण ही बगरू विधानसभा में अब तक हुई तीन बार के विधानसभा चुनाव में एक बार भाजपा तो एक बार कांग्रेस का चलन बना रहा है। इसके बावजूद भी बगरू के लोगों की पानी की समस्या था अब तक समाधान नहीं हो सका है।
पानी के साथ ही बगरू लोगों की मुख्य समस्या है टूटी फूटी और जीर्ण-शीर्ण सड़कें। जिसके चलते आए दिन बगरू विधानसभा क्षेत्र में हादसे होते हैं। तथा बगरू के किसानों की प्रमुख समस्या आवारा पशुओं द्वारा फसलों को खराब करना है।
बगरू विधानसभा क्षेत्र में रोजगार के अवसर क्या है ?
बगरू विधानसभा क्षेत्र बेरोजगार का मुख्य स्त्रोत रंगाई छपाई उद्योग है। जो कई सदियों से बगरू विधानसभा क्षेत्र की पहचान बना हुआ है। बगरू विधानसभा क्षेत्र में की जाने वाली छपाई विश्व विख्यात है।
लेकिन रंगाई छपाई उद्योग के अलावा बगरू के लोगों के लिए रोजगार का अन्य कोई मुख्य स्त्रोत नहीं है इसलिए बगरू की अधिकांश आबादी रोजगार की समस्या से जूझ रही है।
2023 विधानसभा चुनाव में बगरू विधानसभा क्षेत्र का चुनावी समीकरण क्या होगा ?
राजनीतिक दृष्टि से बगरू विधानसभा क्षेत्र का इतिहास महत्वपूर्ण रहा है और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस विधानसभा सीट पर हर बार सरकार बदलने का चलन है।
यदि बगरू विधानसभा क्षेत्र के पूर्व में हुए विधानसभा चुनाव से आकलन करें तो इस बार बगरू विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की जीत हासिल करने की अधिक संभावनाएं प्रतीत होती है।