गुरु पूर्णिमा कब और क्यों मनाई जाती है ?
गुरु पूर्णिमा कब और क्यों मनाई जाती है ? तथा गुरु पूर्णिमा का महत्व क्या होता है ? और गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा कैसे करें ?
गुरु पूर्णिमा कब और क्यों मनाई जाती है ?
आषाढ़ पूर्णिमा के दिन हिंदू कैलेंडर के अनुसार गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। गुरु पुर्णिमा अपने गुरु को दक्षिणा करने तथा अपने जीवन में जो कुछ भी सीखा है उसको गुरु के समक्ष अर्पित करने के लिए मनाई जाती है।
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि गुरु के बिना मोक्ष की प्राप्ति नहीं होती है इसलिए प्रत्येक मनुष्य किसी ना किसी को अपना गुरु अवश्य ही बनाता है और उस गुरु को ही गुरु पूर्णिमा का दिन समर्पित होता है।
गुरु पूर्णिमा का महत्व क्या होता है ?
गुरु पूर्णिमा के दिन अपने गुरु को पीले वस्त्र दान करने का विशेष महत्व होता है जो भी व्यक्ति इस दिन अपने गुरु को वस्त्र दान करता है उस व्यक्ति के जीवन में कभी भी किसी भी प्रकार के संसाधनों की कमी नहीं होती है।
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गुरु पूर्णिमा का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है कि क्योंकि व्यक्ति के जीवन में मार्गदर्शन के लिए गुरु का होना आवश्यक होता है और गुरु के बिना जीवन के किसी भी क्षण का कोई महत्व शेष नहीं रह जाता है।
गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा कैसे करें ?
गुरु पूर्णिमा के दिन सर्वप्रथम उठकर अपने गुरु का ध्यान करें तथा उसके पश्चात गुरु को प्रणाम करें और हो सके तो इस अवसर पर अपने गुरु से मिले और उसे उपहार के रूप में कुछ ना कुछ अवश्य प्रदान करें।
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ऐसा करने से गुरु पूर्णिमा आपको अच्छा फल मिलेगा और जीवन में आपने जो भी बातें अपने गुरु से सीखी है वह बातें आपके आगे आने वाले भविष्य को उज्जवल बनाएगी और जीवन को सफल।