अमावस्या के दिन के उपाय
अमावस्या के दिन के उपाय तथा अमावस्या के दिन क्या करना चाहिए और अमावस्या के दिन क्या नहीं करना चाहिए तथा अमावस्या के दिन किसकी पूजा करनी चाहिए ?
अमावस्या के दिन के उपाय
अमावस्या के दिन संतान प्राप्ति के लिए वट वृक्ष की पूजा करनी चाहिए। प्रात काल के समय वट वृक्ष के नीचे घी का दीपक जलाने से और कपूर जलाने से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।
इस दिन रोगों से मुक्ति पाने के लिए सूर्य अस्त के बाद में दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके हनुमान चालीसा का 21 बार पाठ वाचन करना चाहिए ऐसा करने से सभी प्रकार के कष्ट और दुख समाप्त होते हैं।
सरकारी नौकरी पाने के लिए अमावस्या के दिन सूर्य अस्त होने के बाद में नौकरी पाने के इच्छुक व्यक्ति को वटवृक्ष के नीचे कपूर के साथ लाल रंग का धागा वट वृक्ष को बांधना चाहिए। ऐसा करने से नौकरी में आ रही बाधा और रुकावट दूर होती है।
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लगातार 11 अमावस्या तक वट वृक्ष के नीचे शाम के समय घी का दीपक प्रज्वलित करने से गृह क्लेश तथा जीवन में चल रहे सभी झगड़ों का निपटारा होता है।
अमावस्या के दिन क्या करना चाहिए
अमावस्या के दिन वट वृक्ष की पूजा करनी चाहिए क्योंकि इस दिन वट वृक्ष की पूजा करना अच्छे फल देता है और व्यक्ति के शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार करता है।
अमावस्या के दिन काले कुत्ते को रोटी तथा गाय को चावल खिलाने से आर्थिक तंगी दूर होती है इसलिए अमावस्या के दिन ऐसा करना चाहिए।
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अमावस्या के दिन क्या नहीं करना चाहिए
अमावस्या के दिन रात्रि के समय चौराहे से नहीं गुजरना चाहिए तथा इस दक्षिण दिशा की ओर सिर तथा पैर करके नहीं सोना चाहिए।
रात्रि 11:00 बजे के बाद में अमावस्या के दिन घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति रात्रि 11:00 बजे के बाद घर से बाहर निकलता है उस व्यक्ति को डरावने सपने आने लगते हैं।
अमावस्या के दिन किसकी पूजा करनी चाहिए ?
ज्योतिष शास्त्र तथा वास्तु शास्त्र और अनेक धर्म ग्रंथों के अनुसार अमावस्या के दिन वट वृक्ष की पूजा करना सर्वोत्तम होता है और इस दिन वट वृक्ष की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
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वट वृक्ष को सनातन धर्म में पवित्र वृक्षों की श्रेणी में रखा जाता है इसलिए इस वृक्ष का विशेष महत्व होता है और अमावस्या के दिन इसकी पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति भी होती है।