सात मुखी रुद्राक्ष धारण विधि | 7 Mukhi Rudraksha Dharan Vidhi
सात मुखी रुद्राक्ष धारण विधि | 7 Mukhi Rudraksha Dharan Vidhi तथा सात मुखी रुद्राक्ष कौन से धागे में पहनना चाहिए व सात मुखी रुद्राक्ष कब पहनना चाहिए तथा 7 मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है से संबंधित विस्तृत जानकारी जानिए हमारे इस लेख में।
सात मुखी रुद्राक्ष धारण विधि | 7 Mukhi Rudraksha Dharan Vidhi
सात मुखी रुद्राक्ष धारण विधि निम्नानुसार है-
- लाल रंग के धागे अन्यथा चांदी के तार के अंदर सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करना सर्वोत्तम माना जाता है वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि कोई जातक इस रुद्राक्ष को चांदी के तार में धारण करता है तो उस पर मां लक्ष्मी की असीम कृपा बरसती है।
- सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि जब हम इस रुद्राक्ष को धारण करते हैं तो हमारा मुंह है उत्तर अथवा पूरब दिशा की ओर होना चाहिए क्योंकि रुद्राक्ष धारण करने की दृष्टि से यह दोनों दिशाएं ही उत्तम होती है।
- 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से पूर्व पंचामृत से उसका अभिषेक करना चाहिए तथा इसके बाद में गंगा जल से 7 मुखी रुद्राक्ष को शुद्ध करना चाहिए।
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- 7 मुखी रुद्राक्ष को अपने गले में पहनने से पूर्व भगवान शिव का ध्यान करना चाहिए और माता पार्वती तथा भगवान गणेश को भी प्रणाम करना चाहिए।
सात मुखी रुद्राक्ष कौन से धागे में पहनना चाहिए
मुख्य रूप से 7 मुखी रुद्राक्ष को चांदी के तार में पहनना चाहिए यदि कोई जातक इसको चांदी के तार में नहीं पहन पाता है तो इस रुद्राक्ष को लाल तथा काले धागे में पहनना भी शुभ होता है।
सात मुखी रुद्राक्ष कब पहनना चाहिए
सात मुखी रुद्राक्ष को सोमवार के दिन पहनना उत्तम होता है लेकिन यदि इस रुद्राक्ष को फाल्गुन शुक्ल त्रयोदशी यानी कि महाशिवरात्रि के दिन पहना जाए तो और भी उत्तम होता है।
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7 मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है
7 मुखी रुद्राक्ष पहनने से धन तथा वैभव में वृद्धि होती है वह समाज में मान सम्मान बढ़ता है साथ ही इस रुद्राक्ष को पहनने से विरोधी भी परास्त होते हैं। और इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यवसाय में आ रही बाधा भी दूर होती है।