लोक देवता वीर तेजाजी का जीवन परिचय – Veer Tejaji Biography in Hindi
लोक देवता वीर तेजाजी का जीवन परिचय – Veer Tejaji Biography in Hindi , वीर तेजाजी का जन्म कब और कहां हुआ ? , वीर तेजाजी की माता का क्या नाम है ? , वीर तेजाजी के पिता का क्या नाम है ?

लोक देवता वीर तेजाजी का जीवन परिचय – Veer Tejaji Biography in Hindi
राजस्थान के सभी लोक देवताओं में श्री सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज का सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान है। श्री वीर तेजाजी राजस्थान में सर्वत्र पूजे जाने वाले एकमात्र लोक देवता है। मुख्य रूप से वीर तेजाजी महाराज को अजमेर जिले का लोक देवता माना जाता है। संपूर्ण राजस्थान में कृषि कार्यों के उद्धारक लोक देवता के रूप में वीर तेजाजी की पूजा अर्चना की जाती है।
वीर तेजाजी का जन्म कब और कहां हुआ ?
वीर तेजाजी का जन्म विक्रम संवत 1130 में राजस्थान के नागौर जिले के खरनाल नामक स्थान पर हुआ था।
वीर तेजाजी की माता का क्या नाम है ?
राजस्थान के जन-जन के आराध्य श्री सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज की माता का नाम रामकुंवरी देवी है।
वीर तेजाजी के पिता का क्या नाम है ?
गौ रक्षक हेतु अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर तेजाजी महाराज के पिता का नाम ताहड़ जी है।
वीर तेजाजी की बहन का क्या नाम था ?
राजस्थान के लोक देवताओं में वरिष्ठ स्थान रखने वाले वीर तेजाजी की बहन का नाम राजल था।
वीर तेजाजी की पत्नी का क्या नाम था ?
वीर तेजाजी की पत्नी का नाम पेमल था। इनकी पत्नी इनके निधन के बाद सती हो गई थी।
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वीर तेजाजी के ससुर का क्या नाम था ?
लोक देवता वीर तेजाजी के ससुर का नाम रायचंद्र था। लेकिन कुछ धार्मिक ग्रंथो के अनुसार उनके ससुर का एक अन्य नाम रामचंद्र भी ज्ञात होता है।
वीर तेजाजी की घोड़ी का क्या नाम था ?
वीर तेजाजी की मृत्यु का समाचार उनके परिवारजनों के पास पहुंचने वाली उनकी घोड़ी का नाम लीलण तथा सिणगारी था।
वीर तेजाजी का ससुराल कहां था ?
राजस्थान के अजमेर जिले के पनेर नामक स्थान पर लोक देवता वीर तेजाजी महाराज का ससुराल था।
वीर तेजाजी को सांप ने कहां डसा था ?
अपने वचन के पक्के तथा स्वभाव के सच्चे श्री सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज को अजमेर जिले के संदेरिया नामक स्थान पर सांप ने डसा था।
वीर तेजाजी का मुख्य मंदिर कहां है ?
वीर तेजाजी महाराज का मुख्य मंदिर सुरसुरा अजमेर तथा खरनाल नागौर में है। इसके अतिरिक्त वीर तेजाजी महाराज के अन्य प्रमुख मंदिर ब्यावर तथा संदेरिया अजमेर में है।
वीर तेजाजी पशु मेला कहां लगता है ?
वीर तेजाजी पशु मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल दशमी के दिन नागौर जिले के परबतसर नामक स्थान पर लगता है। यह पशु मेला आय की दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता है।
वीर तेजाजी के मंदिर में पुजारी किस जाति का होता है ?
वीर तेजाजी के मंदिर में पुजारी मुख्य रूप से माली जाति का होता है।
किसान हल जोतने से पूर्व किस लोक देवता की जीवनी गाता है ?
किसान अपने खेतों में हल जोतने से पूर्व कृषि कार्यों के उद्धारक लोक देवता श्री वीर तेजाजी महाराज की जीवनी गाता है।
वीर तेजाजी पर डाक टिकट कब जारी हुआ ?
राजस्थान सरकार ने लोक देवता श्री सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज पर वर्ष 2011 में डाक टिकट जारी किया।
वीर तेजाजी पर कितने रुपए का डाक टिकट जारी हुआ है ?
वर्ष 2011 में वीर तेजाजी महाराज पर ₹5 का डाक टिकट जारी किया गया था।
वीर तेजाजी की प्रमुख कार्यस्थली कहां है ?
जन-जन के आराध्य श्री सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज की प्रमुख कार्यस्थली बूंदी जिले के बासी दुगारी नामक स्थान पर है।
वीर तेजाजी के मेले में कौन-कौन से वाद्य यंत्र बजाए जाते हैं ?
प्रतिवर्ष सुरसुरा अजमेर और खरनाल नागौर में वीर तेजाजी महाराज का मेला भाद्रपद शुक्ल दशमी के दिन आयोजित होता है जिसमें तेजाजी के अनुयायी ढोलकी अलगोजा तथा मंजीरा वाद्य यंत्र बजाते हैं।
वीर तेजाजी महाराज की मृत्यु कहां हुई ?
लोक देवता वीर तेजाजी महाराज की मृत्यु अजमेर जिले के सुरसुरा नामक स्थान पर हुई थी। जिस स्थान पर वर्तमान में वीर तेजाजी का भव्य मंदिर बना हुआ है।
तेजा दशमी का पर्व कब और क्यों मनाया जाता है ?
तेजा दशमी का पर्व प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल दशमी के दिन श्री वीर तेजाजी के बलिदान दिवस के रूप में संपूर्ण राजस्थान में धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
वीर तेजाजी का जन्म किस जाति में हुआ ?
किसानों के आराध्या लोक देवता वीर तेजाजी का जन्म जाट जाति में हुआ था।
वीर तेजाजी का गोत्र क्या है ?
जाट जाति में जन्में वीर तेजाजी का गोत्र धोलिया था।
वीर तेजाजी के गुरु का क्या नाम था ?
वीर तेजाजी के गुरु का नाम गुंसाई नाथ था। जिनके सानिध्य में वीर तेजाजी का प्रारंभिक जीवन व्यतीत हुआ था।
वीर तेजाजी किस जनजाति के आराध्य देवता है ?
वीर तेजाजी राजस्थान के बांरा जिले में सर्वाधिक पायी जाने वाली सहरिया जनजाति के आराध्य देवता है।