जिलाणी माता का जीवन परिचय 2024| मंदिर | कहानी | इतिहास
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जिलाणी माता का जीवन परिचय 2024| मंदिर | कहानी | इतिहास
राजस्थान की पावन धरा पर अनेक लोक देवियां अवतरित हुई है उन्हें में से एक नाम आता है लोक देवी जिलाणी माता का जिसने हिंदू धर्म की रक्षार्थ अपने प्राणों की आहुति दी थी।
जिलाणी माता नाइस सैकड़ो की तादाद में हिंदू धर्म छोड़कर अन्य धर्म परिवर्तित करने वाले लोगों को हिंदू धर्म के बारे में अच्छी तरह से समझाया था जिसके चलते वह सभी लोग हिंदू धर्म के प्रति सदैव कर्तव्य निष्ठा से जुड़े रहे।
गुर्जर जाति की आराध्य देवी जिलाणी माता का मंदिर राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड नामक स्थान पर है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जिलाणी माता नाम मेवात क्षेत्र में हिंदुओं को धर्म परिवर्तित करने से रोका था।
इस माता का मेला प्रतिवर्ष नवरात्रों में आयोजित होता है जिसमें सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन करने के लिए पधारते हैं। राजस्थान के संपूर्ण हिंदू समुदाय में इस माता की गहरी मान्यता है।
जिलाणी माता की मान्यता केवल राजस्थान और अलवर जिले तक ही सीमित नहीं है बल्कि भारत देश के अनेक प्रांतो से श्रद्धालु प्रतिवर्ष इस माता के मंदिर परिसर में धोक लगाने आते हैं।