धीगां गणगौर कब और कहां मनाई जाती है , Dinga gangor kab aur kahan manae jaati hai
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गणगौर का पर्व मुख्य रूप से राजस्थान का प्रसिद्ध है राजस्थान में अनेक प्रकार के गणगौर मनाई जाती है जैसे की सामान्य गणगौर , गुलाबी गणगौर , धीगां गणगौर आदी । इस लेख में हम आपको बताएंगे धींगान गणगौर से संबंधित विस्तृत जानकारी।
धीगां गणगौर कब और कहां मनाई जाती है ?
धीगां गणगौर हिंदू कैलेंडर के वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को राजस्थान के उदयपुर तथा जोधपुर जिले में मुख्य रूप से मनाई जाती है।
धीगां गणगौर कहां की प्रसिद्ध है ?
यह गणगौर वर्तमान समय में राजस्थान के जोधपुर जिले की प्रसिद्ध है। इस पर्व के दौरान जोधपुर में महिलाएं क्रांतिकारी पुरुषों की वेशभूषा धारण करके एक दूसरे को बैंत मारती है।
धींगा गणगौर का उद्गम ?
धींगा गणगौर का उद्गम हजारों वर्ष पूर्व राजस्थान के दक्षिणी भाग में स्थित उदयपुर जिले में हुआ था। इसके उद्गम को लेकर ऐसा कहा जाता है कि हजारों वर्ष पूर्व किसी शासक के काल में इस गणगौर का उद्गम हुआ था।
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धीगां गणगौर के दिन कौन सा मेला लगता है ?
इस गणगौर के पर्व के दिन राजस्थान के जोधपुर जिले की मसूरिया पहाड़ी पर धीगांगवर बेंतमार मेला लगता है। इस मेले को बेंतमार मेला भी कहा जाता है। इस मेले में राजस्थान सहित हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा गुजरात से भी सैकड़ों लोग भाग लेने के लिए आते हैं।
धीगां गणगौर कब है ?
धींगा गणगौर 9 मार्च 2023 (रविवार) को है। इस गणगौर का आयोजन मुख्य रूप से मेवाड़ तथा मारवाड़ क्षेत्र में किया जाता है। तथा इस गणगौर को एक नृत्य खेल के रूप में खेला जाता है जो राजस्थान की संस्कृति का परिचायक है।
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