भूमि पूजन का महत्व क्या है ?
भूमि पूजन का महत्व क्या है ? तथा भूमि पूजा क्या है और भूमि पूजन किस महीने में करना चाहिए तथा भूमि पूजन के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
भूमि पूजन का महत्व क्या है ?
भूमि पूजन का वास्तु शास्त्र तथा ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बहुत ही विशेष महत्व होता है। क्योंकि भवन निर्माण करने से पूर्व सबसे पहले जो पूजा की जाती है वह पूजा होती है भूमि पूजा।
पौराणिक मान्यताओं को अनुसार ऐसा कहा जाता है कि पाताल लोक के अंदर नाग देवता का वास होता है और जब हम अपने घर का नींव का पत्थर रखते हैं तो यह पत्थर हमेशा धरती के अंदर यानी कि पाताल लोक में ही रखा जाता है इसलिए भूमि पूजन का विशेष महत्व होता है।
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भूमि पूजा क्या है
भवन अथवा मकान निर्माण करवाने से पूर्व धरती की जो विद्या-विधान से पूजा अर्चना तथा आराधना की जाती है उसे भूमि पूजा कहा जाता है।
सामान्य शब्दों में जब हम अपने रहने का कोई भी आवास बनाते हैं तथा उस आवास को बनाने से पूर्व जिस स्थान पर नीवं का पत्थर विधि विधान से रखते हैं उसे ही भूमि पूजन कहा जाता है।
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भूमि पूजन किस महीने में करना चाहिए
भूमि पूजन करने की दृष्टि से क्षेत्र तथा वैशाख का महीना बहुत ही उत्तम माना जाता है इन दोनों महीनो के दौरान भूमि पूजन करवाना ज्योतिष शास्त्र तथा वास्तु शास्त्र की दृष्टि से उत्तम होता है।
भूमि पूजन के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
भूमि पूजन करवाते समय हमेशा सही मुहूर्त और शुभ समय तथा शुभ दिन और शुभ वार के बारे में अवश्य जान लेना चाहिए।
इसके अतिरिक्त कार्तिक तथा मार्गशीर्ष के महीने के दौरान भी भूमि पूजन करवाना उत्तम माना जाता है।
रविवार के दिन कभी भी भूमि पूजन नहीं करना चाहिए इसके अलावा जब देव सोते हैं उस दौरान भी भूमि पूजन से संबंधित कार्य नहीं करवाने चाहिए।
मंगलवार के दिन भी भूमि पूजन से संबंधित कार्य नहीं करनी चाहिए क्योंकि इस दिन को भूमि पूजन करवाने की दृष्टि से अशुभ माना जाता है इसलिए भूमि पूजन करवाते समय इस बात का भी अवश्य से ध्यान रखना चाहिए।