वास्तु के अनुसार कैसा हो ड्राइंग रूम ?
इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे वास्तु के अनुसार कैसा हो ड्राइंग रूम ? तथा अपने ड्राइंग रूम से जुड़े हुए महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स।
वास्तु के अनुसार कैसा हो ड्राइंग रूम ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सामान्य बोलचाल की भाषा में ड्राइंग रूम को बैठक कक्ष भी कहा जाता है। और इस कक्ष में परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर गपशप करते हैं अन्यथा टीवी देखते हैं या फिर भोजन करते हैं।
वास्तु के अनुसार घर के ड्राइंग रूम के लिए सबसे उचित दिशा उत्तर तथा पूरब दिशा को माना जाता है अन्यथा ऐसे भी कहा जा सकता है कि ड्राइंग रूम बनाने के लिए वायव्य कौन शभ होता है।
घर की ड्राइंग रूम की रूपरेखा इस तरह से होनी चाहिए कि जब भी घर में पूरा परिवार एक साथ बैठे तो उनका मुंह में उत्तर तथा पूर्व दिशा की ओर हो।
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घर के ड्राइंग रूम में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह है बनाए रखने के लिए कोई भी व्यर्थ की बातें ड्राइंग रूम में नहीं करनी चाहिए तथा घर का कोई भी सदस्य ड्राइंग रूम के अंदर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके नहीं बैठना चाहिए।
अपने घर की ड्राइंग रूम की उत्तर दिशा में हमेशा प्राकृतिक से जुड़ा हुआ चित्र लगाना चाहिए अन्यथा इसके अतिरिक्त किसी झरने अथवा प्रवाहित होती हुई नदी का चित्र भी लगाना श्रेष्ठ होता है।
ड्राइंग रूम में यदि उत्तर दिशा की ओर खेलते हुए बच्चों तथा उछलते हुए हिरणों का चित्र लगाते हैं तो इसे सर्वोत्तम माना जाता है। ऐसा करने से घर में निरंतर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह है रहता है।
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ड्राइंग रूम के अंदर पूर्व दिशा की ओर कछुए की तस्वीर लगाने से परिवार के सभी सदस्यों की आयु में वृद्धि होती है तथा आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।