कृष्ण पक्ष क्या होता है ?
कृष्ण पक्ष क्या होता है ? तथा कृष्ण पक्ष का अर्थ क्या होता है और कृष्ण पक्ष शुभ होता है या अशुभ एवं कृष्ण पक्ष कब होता है तथा कृष्ण पक्ष का दूसरा नाम क्या है ?
कृष्ण पक्ष क्या होता है ?
हिंदू कैलेंडर का पहला पकवड़ा कृष्ण पक्ष होता है। इस पखवाड़े के अंदर कई प्रकार के शुभ कार्य संपन्न होते हैं लेकिन कई कार्य ऐसे भी होते हैं जो इस दौरान संपन्न नहीं किए जा सकते हैं।
कृष्ण पक्ष का अर्थ होता है अंधेरी रातें। यानी कि हिंदू कैलेंडर का वह पक्षी जिसके अंदर अंधेरी रातें होती है उसे ही कृष्ण पक्ष कहा जाता है।
हिंदू कैलेंडर में 2 पक्ष होते हैं पहला पक्ष होता है कृष्ण पक्ष तथा दूसरा पक्ष होता है शुक्ल पक्ष दोनों ही पक्ष शुभ होते हैं लेकिन शुक्ल पक्ष अधिक शुभ होता है तथा कृष्ण पक्ष से कम शुभ होता है।
यह भी जानें शुक्ल पक्ष किसे कहते हैं ?
कृष्ण पक्ष को बदी पक्ष के नाम से भी जाना जाता है इस पक्ष के दौरान अंधेरी रातें होती है तथा इस पक्ष से ही हिंदू महीने की शुरुआत होती है और इस पक्ष की अंतिम रात अमावस्या की रात होती है जिसे काली रात के नाम से भी जाना जाता है।
कृष्ण पक्ष के दौरान चांद का आकार छोटा होता है यानी कि इस पक्ष में चांद घटता है जबकि इसके विपरीत शुक्ल पक्ष में चांद बढ़ता है।
हिंदू माह के दोनों ही पक्षों के अंदर अनेक प्रकार के व्रत तथा त्यौहार आते हैं और इन त्योहारों के दौरान लोग पकवान बनाते हैं तथा व्रत धारण करते हैं और ईश्वर से अपने सभी मनोकामनाएं तथा कष्टों को दूर करने के लिए क्षमा याचना करते हैं।
यह भी जानें छोटी तीज का पर्व किस दिन मनाया जाता है ?
कृष्ण पक्ष का मतलब अंधेरी रातें होने से लगाया जाता है इस पक्ष में अमावस्या की रात का भी आगमन होता है अमावस्या के दिन पितरों की पूजा करने से घर में सुख शांति आती है और यदि इस दिन पितरों को खीर तथा मालपुए का भोग लगाया जाता है तो यह सर्वोत्तम होता है।