फुलेरा विधानसभा क्षेत्र का जातीय समीकरण , चुनाव परिणाम , इतिहास 2023 Phulera Assembly Election
कभी कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाली फुलेरा विधानसभा सीट पर पिछले 20 साल से भारतीय जनता पार्टी का दबदबा है। जयपुर जिले के अंतर्गत आने वाले इस विधानसभा क्षेत्र की प्रमुख समस्याएं सड़क, बिजली तथा पानी है। अब जानिए फुलेरा विधानसभा क्षेत्र की संपूर्ण जानकारी।
फुलेरा विधानसभा क्षेत्र का जातीय समीकरण
फुलेरा विधानसभा क्षेत्र में 2,29000 से अधिक मतदाता है। इस विधानसभा क्षेत्र में एसटी, एससी के मतदाताओं की संख्या अधिक है। साथ ही इस विधानसभा क्षेत्र में जाट तथा कुमावत मतदाताओं का भी बोल बाला है। इस विधानसभा क्षेत्र में 48000 से अधिक कुमावत मतदाता तथा लगभग 46000 जाट मतदाता है।
फुलेरा विधानसभा चुनाव परिणाम
विधानसभा चुनाव परिणाम 2018
2018 विधानसभा चुनाव में फुलेरा विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के निर्मल कुमावत ने जीत हासिल की थी। इस दौरान निर्मल को कुल 73,530 मत तथा कांग्रेस के प्रत्याशी विद्याधर चौधरी को 72,398 मत प्राप्त हुए थे। और इस चुनाव में विद्याधर मात्र 1,132 मतों से हार गए थे।
विधानसभा चुनाव परिणाम 2013
फुलेरा में 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के निर्मल कुमावत ने कांग्रेस के प्रत्याशी बजरंग को 23 हजार से अधिक मतों से हराया था।
विधानसभा चुनाव परिणाम 2008
2008 में हुए विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी निर्मल कुमावत जीतकर विधानसभा पहुंचे थे इस दौरान निर्मल कुमावत ने कांग्रेस के डॉ हरिसिंह को हराया था। इस विधानसभा चुनाव में निर्मल कुमावत को कुल 59,140 मत तथा हरिसिंह को 56,430 मत प्राप्त हुए थे और हरिसिंह करीबी मुकाबले में यह चुनाव हार गए थे।
विधानसभा चुनाव परिणाम 2003
2003 में फुलेरा विधानसभा क्षेत्र में हुए चुनाव में भाजपा के बीरू सिंह राठौर ने कांग्रेस के उदयसिंह राठौड़ को 7000 से अधिक मतों से हराया था।
फुलेरा विधानसभा इतिहास 2023
अब तक यदि फुलेरा विधानसभा चुनाव में हुए पिछले 4 चुनाव की बात करें तो चारों ही चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस विधानसभा सीट पर जीत हासिल की है। लेकिन वर्ष 1980 से पहले यह विधानसभा सीट हमेशा कांग्रेस के खाते नहीं रही है।
यदि फुलेरा विधानसभा के 2023 विधानसभा चुनाव के समीकरणों की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार कांग्रेस के प्रत्याशी विद्याधर चौधरी हो सकते हैं तथा भाजपा से लगातार तीन बार विधायक रहे निर्मल कुमावत दावेदारी पेश कर सकते हैं। 2023 में होने वाला विधानसभा चुनाव इस विधानसभा सीट पर रोचक तथा महत्वपूर्ण होगा।