हमारी जिंदगी में अक्सर हम लोग अलग-अलग दृश्य देखने के लिए यात्रा करते रहते हैं , वही राजस्थान में भी घूमने के लिए कई विदेशी पर्यटक आते हैं , लेकिन जो लोग राजस्थान के हैं उन्हें तो जरूर पता होगा।
लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें राजस्थान के कुछ रंग-बिरंगे गांव के बारे में पता नहीं है आज हम बताने वाले हैं इसी के बारे में ।
राजस्थान के रेगिस्तान में प्रसिद्ध जैसलमेर जिले की खुरी गांव की बात करते हैं , यह गांव मिट्टी से बने कच्चे घरों के लिए एवं घरों पर किए गए रंग रोशन के लिए बहुत प्रसिद्ध है ।
इस गांव में आप मिट्टी से बने घरों में , गांव के लोगों के साथ रह भी सकते हैं। इसी गांव के पास एक उद्यान भी है जिसे मरू राष्ट्रीय उद्यान कहते हैं ।
वही जैसलमेर का एक और गांव प्रसिद्ध है जिसका नाम है सम। सम के धोरों के नाम से प्रसिद्ध स्थान इसी जैसलमेर जिले में स्थित है। इंदौरा में वनस्पति नहीं है इसीलिए यहां पर बारिश नहीं होती और वनस्पति भी नहीं होती हैं।
राजस्थान के जोधपुर जिले के बिश्नोई गांव आपने जीवन शैली के लिए प्रसिद्ध है राजस्थान का बिश्नोई गांव बिश्नोई संप्रदाय के निवास स्थल होने की वजह से यह एक पर्यटक स्थल बन गया, क्योंकि बिश्नोई समाज के लोग जीव जंतु एवं पेड़ पौधों की रक्षा करते हैं।
राम राम कई अनोखे प्रकार के जीव जंतु , जीव जंतुओं को आप मरुस्थल में दूसरी जगह नहीं देख पाते हैं ऐसे जीव जंतुओं को यहां पर आसानी से देख पाएंगे , यहां की वनस्पति भी काफी अनोखी है जो कि इस गांव को राजस्थान में सबसे अलग पहचान दिलाती है।
जोधपुर की बिश्नोई गांव तक पहुंचने के लिए आप रेगिस्तान के जहाज ऊंट का प्रयोग कर सकते हैं या जीप का भी प्रयोग कर सकते हैं।
आशा करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आएगी।