डांग का राजा किसे कहते हैं , डांग की रानी किसे कहते हैं?
डांग का राजा-
डांग का राजा राजस्थान के रेड डायमंड तथा राजा धवलदेव की नगरी के नाम से प्रसिद्ध जिले धौलपुर को कहा जाता है। क्योंकि धौलपुर चंबल नदी के पास बसा हुआ शेत्र है और चंबल नदी के बहाव के कारण धौलपुर में प्रतिशत के आधार पर सर्वाधिक बीहड़ भूमि पाई जाती है इसलिए ही धौलपुर को डांग का राजा कहा जाता है। इस जिले की अधिकांश भूमि पथरीली होने के कारण भी इसे डांग का राजा कहा जाता है।
वैसे ही डांग क्षेत्र के अंतर्गत राजस्थान के 3 जिले शामिल है जो निम्न है-धौलपुर, करौली तथा सवाई माधोपुर। चंबल नदी के बीहड़ों के मध्य बसा ये शहर डांग का राजा तो है साथ में इसे तीर्थों का भांजा भी कहा जाता है क्योंकि यहां पर महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल मचकुंड स्थित है। तथा राजस्थान में सर्वाधिक प्रसिद्ध नींबू भी धौलपुर जिले के ही है।
डांग की रानी-
राजस्थान का केला देवी की नगरी के नाम से प्रसिद्ध जिला करौली भी डांग क्षेत्र के अंतर्गत ही आता है। इसलिए करौली को डांग की रानी कहा जाता है। एक समय में राजस्थान का यह जिला कल्याणपुरी के नाम से प्रसिद्ध था इसकी स्थापना यदुवंशी शासक अर्जुन सिंह ने की थी लेकिन इसे 1948 में मत्स्य संघ में शामिल कर लिया गया।
डांग की रानी के नाम से प्रसिद्ध करौली जिले के अंदर राजस्थान का मिट्टी से बना सबसे बड़ा बांध पांचना स्थित है। इस बांध को पांचना इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस बांध में पांच नदियों का पानी आता है। करौली जिले के अंदर बना मदन मोहन जी का मंदिर भी दर्शनीय है तथा महावीर जी का मंदिर करौली जिले में आकर्षण का मुख्य केंद्र है इस मंदिर में प्रतिवर्ष महावीर जयंती को भव्य मेले का आयोजन होता है।